


॥ देवानां कीर्तनणि॥ ९॥
ओं॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश पहीमम्।
श्री गणेश श्री गणेश श्री गणेश रक्षामम्॥ १॥
शरवणभव शरवणभव शरवणभव नमः ओं।
सुब्रह्मण्य सुब्रमण्य सुब्रमण्य शरण ओं॥ २॥
जय सरस्वती जय सरस्वती जय सरस्वती पहीमम्।
श्री सरस्वती श्री सरस्वती श्री सरस्वती रक्षामम्॥३॥
जय लक्ष्मी जय लक्ष्मी जय लक्ष्मी पहीमम्।
श्री लक्ष्मी श्री लक्ष्मी श्री लक्ष्मी रक्षामम्॥४॥
जय काली जय काली जय काली पहीमम्।
श्री काली श्री काली श्री काली रक्षामम्॥५॥
जय दुर्गा जय दुर्गा जय दुर्गा पहीमम्।
श्री दुर्गा श्री दुर्गा श्री दुर्ग रक्षामम्॥६॥
ओं शक्तिः ओं शक्तिः ओं शक्तिः पहिमम्।
ब्रह्मशक्ति विष्णुशक्ति शिवशक्ती रक्षामम्॥
इच्छाशक्ति ज्ञानशक्ति क्रियाशक्ति पहिमम्।
आदिशक्ति महाशक्ति पारशक्ति रक्षामम्॥
राजराजेश्वरी राजराजेश्वरी राजराजेश्वरी पहिमम्।
त्रिपुरसुन्दरी त्रिपुरसुन्दरी त्रिपुरसुन्दरी रक्षामम्॥ ७॥
ओं शिव ओं शिव ओं पारमशिव पहीमाम्।
ओं शिव ओं शिव ओं शिववंश रक्षामाम्॥
परमशिव परमेशिव परमेशिव पहीमाम्।
ओंकारशिव ओंकारशिव ओंकारशिव रक्षामाम्॥
ओं शिव ओं शिव ओं परमशिव पहीमाम्।
ओं शिव ओं शिव ओं शिववंश रक्षामाम्॥ ८॥
आदित्याय आदित्याय आदित्याय पहीमम्।
भास्कराय भास्कराय भास्कराय रक्षामम्॥
आदित्याय आदित्याय आदित्याय पहीमम्।
भास्कराय भास्कराय भास्कराय रक्षामम्॥
आदित्याय आदित्याय आदित्याय पहीमम्।
भास्कराय भास्कराय भास्कराय रक्षामम्॥ ९॥
श्री राम जय राम जय जय राम ओं।
श्रि कृष्ण जय कृष्ण जय जय कृष्ण ओं॥
श्री राम जय राम जय जय राम ओं।
श्रि कृष्ण जय कृष्ण जय जय कृष्ण ओं॥
श्री राम जय राम जय जय राम ओं।
श्रि कृष्ण जय कृष्ण जय जय कृष्ण ओं॥ १०॥
दत्तात्रेय दत्तात्रेय दत्तात्रेय पहीमम्।
दत्तागुरु दत्तागुरु दत्तागुरु रक्षामम्॥
दत्तात्रेय दत्तात्रेय दत्तात्रेय पहीमम्।
दत्तागुरु दत्तागुरु दत्तागुरु रक्षामम्॥
दत्तात्रेय दत्तात्रेय दत्तात्रेय पहीमम्।
दत्तागुरु दत्तागुरु दत्तागुरु रक्षामम्॥ ११॥
जयगुरु शिवगुरु हरिगुरु राम्।
जगद्गुरु परंगुरु सद्गुरु श्याम्॥
ओं आदिगुरु अद्वैतगुरु अनन्तगुरु ओं।
चिद्गुरुजी सद्गुरु जी चिन्मयगुरु ओं॥
ओं आदिगुरु अद्वैतगुरु अनन्तगुरु ओं।
चिद्गुरुजी सद्गुरु जी चिन्मयगुरु ओं॥ १२॥
चिदारूढ चिदारूढ चिदारूढगुरु ओं।
शक्त्यारूढि शक्त्यारूढि शक्त्यारूढिगुरुवी ओं।
चिदारूढ चिदारूढ चिदारूढगुरु ओं।
शक्त्यारूढि शक्त्यारूढि शक्त्यारूढिगुरुवी ओं।
चिदारूढ चिदारूढ चिदारूढगुरु ओं।
शक्त्यारूढि शक्त्यारूढि शक्त्यारूढिगुरुवी ओं। १३॥
नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय।
नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय॥
नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय।
नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय॥
नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय।
नमः शिवाय नमः शिवाय नमः शिवाय॥ १४॥
ओं॥
आदिगुरुस्लोकाः॥ १०॥
ओं नमः शिवाय गुरवे सच्चिदानन्द मूर्तये।
निष्प्रपञ्चाय शान्ताय निरालम्बाय तेजसे॥ १॥
ब्रह्मानन्दं परमसुखदं केवलं ज्ञानमूर्तिम्।
द्वन्द्वातीतं गगनसदृशं तत्त्वमस्यादिलक्ष्यम्॥ २॥
एकं नित्यं विमलमचलं सर्वधीसाक्शिभूतम्।
भावातीतं त्रिगुणरहितं सद्गुरुं तं नमामि॥ ३॥
ओंकर मन्त्रः॥ ११॥
ॐ
शून्यध्यानं॥ १२॥
० ० ०
शिवषडक्षर स्तोत्रम्॥ १३॥
ओंकारं बिंदुसंयुक्तं नित्यं ध्यायंति योगिनः।
कामदं मोक्षदं चैव ओंकाराय नमो नमः॥ १॥
नमंति ऋषयो देवा नमन्त्यप्सरसां गणाः।
नरा नमंति देवेशं नकाराय नमो नमः॥ २॥
महादेवं महात्मानं महाध्यानं परायणम्।
महापापहरं देवं मकाराय नमो नमः॥ ३॥
शिवं शांतं जगन्नाथं लोकानुग्रहकारकम्।
शिवमेकपदं नित्यं शिकाराय नमो नमः॥ ४॥
वाहनं वृषभो यस्य वासुकिः कंठभूषणम्।
वामे शक्तिधरं वेदं वकाराय नमो नमः॥ ५॥
यत्र तत्र स्थितो देवः सर्वव्यापी महेश्वरः।
यो गुरुः सर्वदेवानां यकाराय नमो नमः॥ ६॥
षडक्षरमिदं स्तोत्रं यः पठेच्छिवसंनिधौ।
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते॥ ७॥
ओं शान्तिश्शान्तिश्शान्तीः॥
ओं सद्गुरुनाथ् नमः॥